प्यार के 25 साल: विश्वास और एकजुटता की यात्रा श्रीमती अनुपा रेखा और श्री पास्कल एक्का

25 वर्षों का प्रेम: विश्वास और साथ की यात्रा – श्रीमती अनुपा रेखा और श्री पास्कल एक्का

कोलकाता, 10 नवंबर 2024: एक अनोखी प्रेम कहानी, जो पच्चीस वर्षों के सफर को समेटे हुए है, 15 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी। श्रीमती अनुपा रेखा और श्री पास्कल एक्का अपने 25वें विवाह वर्षगांठ के इस ऐतिहासिक अवसर का जश्न अपने घर, महेशबथान, कोलकाता में एक धन्यवाद प्रार्थना सभा के साथ मनाए। यह प्रार्थना सभा शाम के  6:00 बजे से शुरू हुआ ।

उनकी यात्रा 15 नवंबर 1999 को शुरू हुई थी, जब उन्होंने पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के दमनपुर में एक भावनात्मक और परंपरागत विवाह समारोह में एक-दूसरे से सात वचन लिए। यह परंपरा से शुरू हुई एकता आज प्रेम, विश्वास और साझा सपनों से भरे जीवन में बदल गई है।

 

प्रेरणादायक जीवन यात्रा: श्रीमती अनुपा रेखा

30 अक्टूबर 1972 को पश्चिम बंगाल के शांत गांव दमनपुर में जन्मी श्रीमती अनुपा रेखा एक साधारण किसान परिवार में छह बच्चों में पांचवें स्थान पर थीं। उनके माता-पिता, स्वर्गीय श्रीमती टेरेसा और स्वर्गीय श्री बॉर्नर ने सीमित संसाधनों के बावजूद अपने बच्चों को शिक्षित करने के लिए कड़ी मेहनत की।

अनुपा रेखा ने अपनी शिक्षा में बचपन से ही लगन और प्रतिभा का परिचय दिया। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल से पूरी की और उसके बाद निमाला हाई स्कूल में माध्यमिक शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने सेंट जोसेफ कॉलेज, दार्जिलिंग से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की, नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी से स्नातक और निमदापुर यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री हासिल की।

शिक्षा के प्रति अपने जुनून के साथ, उन्होंने अपने करियर की शुरुआत दमनपुर के सेंट निमाला कॉन्वेंट स्कूल में की, जहां उन्होंने दो वर्षों तक शिक्षिका के रूप में काम किया और अपनी पेशेवर यात्रा की नींव रखी।

 

शानदार सफर: श्री पास्कल एक्का

4 जनवरी 1970 को दमनपुर गांव में जन्मे श्री पास्कल एक्का छह भाई-बहनों में चौथे स्थान पर थे। उनके माता-पिता, स्वर्गीय श्रीमती मंडिनी और स्वर्गीय श्री अनाउस एक्का, ने कठिन आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद अपने बच्चों को सफल बनाने के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया।

पास्कल ने अपनी शिक्षा गांव के स्कूल से शुरू की और नागरकट्टा में मिडिल स्कूल तक पढ़ाई की। उन्होंने सेंट जोसेफ कॉलेज, दार्जिलिंग से उच्च शिक्षा प्राप्त की और नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी से स्नातक किया। वह एक प्रतिभाशाली गायक भी हैं और अपने कॉलेज के दिनों में क्षेत्रीय भाषा में संगीत एलबम रिलीज़ किए, जिसने कई लोगों का दिल छू लिया।

1989 में, पास्कल ने एलआईसी (भारतीय जीवन बीमा निगम) में अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की। इससे पहले उन्होंने एसएससी और पुलिस सेवा के लिए भी प्रयास किया था। अपनी निष्ठा और समर्पण के कारण, वह आज भी एलआईसी के साथ जुड़े हुए हैं।

 

प्रेम का खिला हुआ फूल: उनकी वैवाहिक यात्रा

14 नवंबर 1999 को, श्रीमती अनुपा रेखा और श्री पास्कल एक्का ने विवाह के पवित्र बंधन में बंध कर अपने जीवन की नई यात्रा शुरू की। वर्षों के साथ, उनका बंधन और मजबूत हुआ, जिसे आपसी सम्मान, प्रेम और साझा मूल्यों ने और सशक्त बनाया।

उनके तीन प्यारे बच्चे—शार्ली, बंटी और बबली—उनके जीवन की रोशनी हैं। उन्होंने एक ऐसा घर बनाया है जहां प्रेम फलता-फूलता है, हंसी गूंजती है, और विश्वास अटल बना रहता है।

 

साथ का उत्सव

जैसे ही वे 25 वर्षों के साथ का जश्न मना रहे हैं, श्रीमती अनुपा रेखा और श्री पास्कल एक्का की कहानी प्रेरणा का एक प्रतीक बनकर सामने आती है। यह प्रेम की सुंदरता, प्रतिबद्धता की ताकत, और एक सुखद जीवन के निर्माण में विश्वास की भूमिका को दर्शाती है।

उनकी 25वीं विवाह वर्षगांठ केवल उनके संबंधों का उत्सव नहीं है, बल्कि उन मूल्यों की याद दिलाती है जो एक विवाह को सफल बनाते हैं। परिवार और दोस्तों के साथ यह विशेष दिन मनाने के दौरान, उनकी प्रेम कहानी सभी के लिए प्रेरणा बनी रहे।

25 वर्षों के प्रेम, विश्वास, और अनगिनत आशीर्वादों को सलाम—और आने वाले वर्षों में और अधिक खुशियों की कामना!

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25th Wedding Anniversary Smt Anupa Rekha and Sri Pascal Ekka